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शनिवार, 8 जून 2013

चौथी बरसी पर शत शत नमन

देखते ही देखते ४ साल बीत गए ... पर लगता है मानो कल की ही बात हो ...  

आज से ठीक ४ साल पहले हिंदी साहित्य और रंग मंच को घोर कठोर आघात लगा था उससे वह आज तक सदमे में है ! आज ही के दिन हिंदी साहित्य और रंग मंच के ४ धुरंधर खिलाडी मौत के सामने हार गए थे !
  
ज्ञात हो कि ठीक ४ साल पहले आज ही के दिन एक सड़क दुर्घटना में मंच के लोकप्रिय कवि ओम प्रकाश आदित्य, नीरज पुरी और लाड सिंह गुज्जर का निधन हो गया था और ओम व्यास तथा ज्ञानी बैरागी गंभीर रूप से घायल हुए थे | सभी विदिशा से भोपाल एक इनोवा द्वारा म.प्र. संस्मृति विभाग द्वारा आयोजित कवि सम्मेलन में भाग ले कर वापस आ रहे थे |
 
दूसरी ओर जाने माने रंगकर्मी हबीब तनवीर का भी अचानक ही निधन हो गया | सभी कला प्रेमी सदमे में आ गए इन एक के बाद एक लगे झटको से ! कोई भी इन खबरों को पचा नहीं पा रहा था | पर होनी तो घट चुकी थी ! सिवाए शोक के कोई कर भी क्या सकता था ................................ सब ने इन महान कला सेवकों को अपनी अपनी अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित की |

आज इस दुखद घटना को घटे ४ साल हो गया है तब भी इन सब विभूतियों के खो जाने का गम एकदम ताज़ा है ...काश यह दिन ना आया करें ... |
 
हबीब तनवीर जी , आदित्य जी, नीरज पुरी जी, और लाड सिंह गुज्जर जी को सभी मैनपुरी वासीयों की ओर से अश्रुपूरित श्रद्धांजलि |

8 टिप्‍पणियां:

  1. हबीब तनवीर जी , आदित्य जी, नीरज पुरी जी, और लाड सिंह गुज्जर जी को मेरी तरफ से अश्रुपूरित श्रद्धांजलि ...

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  2. हाँ उस समय दुर्घटना कि खबर सुनकर मुझे भी विश्वास ही नहीं हुआ था और आज भी विश्वास नहीं होता कि वे इस दुनिया में अब नहीं ...
    ...... आपने महान विभूतियों को याद किया बहुत अच्छा लगा ..उनकी कृतियाँ हमेशा याद रखी जायेगी ...यही सब कुछ अच्छा किया होता है तो वही यहाँ इस नश्वर संसार में रह जाता है ...
    मेरी ओर से भी अश्रुपूरित श्रद्धांजलि ...

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  3. आपकी यह पोस्ट आज के (०८ जून, २०१३) ब्लॉग बुलेटिन - हबीब तनवीर साहब - श्रद्धा-सुमन पर प्रस्तुत की जा रही है | बधाई

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  4. बहुत दुर्भाग्यपूर्ण थी यह दुर्घटना ।
    सभी को विनम्र श्रधांजलि।

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  5. सभी को विनम्र श्रधांजलि।

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